हिमालय पर्वत शृंखलाओं के मध्य स्थित भू-भाग जिसे मध्यहिमालय अथवा उत्तराखंड के रूप में पहचाना जाता है, अपने समृद्ध अतीत की अनंत गाथा को अपने परिवेश में समेटे अपनी समृद्ध यात्रा का साक्षी रहा है। प्रस्तुत ग्रन्थ के माध्यम से पुरावेत्ताओं द्वारा निरंतर किये गए शोध को एक सूत्र में पिरोकर इतिहास के विभिन्न कालखंड का सजीव चित्रण करने का प्रयास किया गया है। पुरावशेषों के अध्ययन के साथ-साथ इस क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थों का वर्णन भी इस आशय से किया गया है। वस्तुतः प्रस्तुत पुस्तक अपने अतीत को अपनी सरल भाषा में अपने लोगों तक पहुँचाने का एक सूक्ष्म प्रयास है।